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बहुत महंगे थे, पर अब सस्ते में नहीं आएँगे, जा, आज के बाद तेरे रास्ते में नहीं आएँगे

सुकून चाहिए तो अपने से नीचे देखो; बहुत से लोग तुम्हारी जैसी ज़िंदगी जीने के लिए तरस रहे हैं

आवाज में नरमी रखो,वक्त का पहिया जब घूमता है, तो अहंकार और आवाज दोनों छीन लेता है..!!